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Showing posts from June, 2014

सहजन में छुपा है कई रोगों का इलाज, जानें इसके कुछ बेहद खास गुणों को ...

सहजन (ड्रमस्टिक्स) या मुनगा जड़ से लेकर फूल और पत्तियों तक सेहत का खजाना है। सहजन के ताजे फूल हर्बल टॉनिक है। इसका वनस्पति नाम मोरिंगा ओलिफेरा है। इसकी पत्ती में कई ऐसे पोषक तत्व पाए गए हैं, जो स्वास्थ्य की दृष्टि से काफी लाभदायक हैं। फिलीपीन्स, मैक्सिको, श्रीलंका, मलेशिया आदि देशों में भी सहजन का उपयोग बहुत अधिक किया जाता है। दक्षिण भारत में व्यंजनों में इसका उपयोग खूब किया जाता है। सहजन के बीज से तेल निकाला जाता है और छाल पत्ती, गोंद, जड़ आदि से आयुर्वेदिक दवाएं तैयार की जाती हैं। आयुर्वेद में 300 रोगों का सहजन से उपचार बताया गया है। इसीलिए आज हम आपको परिचित करवाने जा रहे हैं। सहजन की कुछ खास उपयोगिताओं व इसके गुणों से ...... -  सहजन में कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, कैल्शियम, पोटेशियम, आयरन, मैग्नीशियम, विटामिन-ए, सी और बी कॉम्पलैक्स प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। एक अध्ययन के अनुसार इसमें दूध की तुलना में 4 गुना  कैल्शियम और दुगना प्रोटीन पाया जाता है। प्राकृतिक गुणों से भरपूर सहजन इतने औषधीय गुणों से भरपूर है कि इसकी फली के अचार और चटनी कई बीमारियों से मुक्ति दिलाने में सहायक हैं। यह स

दिमाग के लिए बेहतरीन टॉनिक का काम करती हैं ये 14 चीजें

क्या आप अक्सर छोटी-छोटी बातें भूल जाते हैं। क्या कभी ऐसा हुआ है कि आप जरूरी बात भी भूल गए हों। जिन लोगों की भूलने की आदत होती है, वे बाद में कोई बात याद आने पर ये सोचते हैं कि इतनी जरूरी बात भूल कैसे गए। आज हम बताने जा रहे हैं कुछ खास ब्रेन फूड। ये ब्रेन फूड ऐसे हैं, जिन्हें खाने से अल्जाइमर रोग नहीं होता है। साथ ही, दिमाग का पावर भी बढ़ता है।   टमाटर-  खट्टा-मीठा टमाटर खाने के जायके को बढ़ाता है। टमाटर में प्रोटीन, विटामिन, वसा आदि तत्व पाए जाते हैं। इसमें कार्बोहाइड्रेट की मात्रा कम होती है। टमाटर में लाइकोपिन होता है। यह शरीर की फ्री रैडिकल्स से रक्षा करता है। साथ ही, यह ब्रेन की सेल्स को डैमेज होने से भी बचाता है।   अखरोट-  रोज अखरोट खाने से पोषक तत्वों की कमी दूर हो जाती है। साथ ही, सेहत से जुड़ी कई समस्याएं भी खत्म होती है। अखरोट में ओमेगा 3, फैटी एसिड, प्रोटीन, फाइबर और एंटीआक्सीडेंट अच्छी मात्रा में पाए जाते हैंं। थोड़ी अखरोट रोज खाने से याददाश्त बढ़ती है। स्ट्रॉबेरी-  स्ट्रॉबेरी अपनी मनमोहक सुगंध के कारण पूरी दुनिया में बहुत लोकप्रिय है। इसका नाम सुनते ही मुंह में

दर्द रहित नुस्‍खों से हटायें ब्‍लैक हेड्स

ब्लैक हेड्स ब्‍लैक हेड्स एक आम समस्‍या है जो आमतौर पर ऑयली स्किन पर ज्‍यादा होती है। ओपन पोर्स में जमा ऑयल जब बाहरी हवा के संपर्क में आता है तो वह ब्लैक हेड्स का रूप ले लेता हैं। इसका एक और कारण त्‍वचा की सही तरीके से सफाई न करना भी है। यह ब्‍लैक और वाइट दो रूपों में चेहरे पर दिखाई देता हैं। ब्लैक हेड्स हटाने के उपाय अगर आप ब्लैक हेड्स की समस्‍या से परेशान है तो चिंता न करें। हमारे पास ऐसे पसंदीदा घरेलू उपचार की सूची है जिनको अपनाकर आप त्‍वचा से जबरदस्‍ती किये बिना स्‍वाभाविक रूप से इससे छुटकारा पा सकते हैं। इसके अलावा यह आपकी त्‍वचा को साफ रखने और ब्‍लैक हैड्स के मुख्‍य कारण यानि चेहरे और नाक पर से अत्‍यधिक तेल को कम करने में बहुत महत्‍वपूर्ण है। स्‍क्रबिंग स्‍क्रबिंग ब्‍लैक हेड्स से छुटकारा पाने का सबसे अच्‍छा तरीका है। हफ्ते में एक बार जरूर चेहरे पर फेस स्क्रब का इस्तेमाल जरूर करें। चेहरे को स्क्रब करने से त्वचा पर जमी धूल-मिट्टी, अतिरिक्‍त तेल और मृत कोशिकाएं साफ हो जाती है और त्वचा से ब्लैक हेड्स भी साफ हो जाते हैं। बेसन और बादाम पेस्ट बेसन और बादाम के पेस्‍ट को नाक

जामुन के ये BIG BENEFITS जानेंगे तो इसे खाए बिना नहीं रह पाएंगे

भारत में कई तरह के मौसमी फल आते हैं। हर मौसमी फल का अपना एक विशेष स्वाद होता है। जामुन भी एक ऐसा ही फल है। यह स्वादिष्ट होने के साथ-साथ अनेक रोगों की अचूक दवा भी है। आयुर्वेद के प्रमुख आचार्य चरक ने अपनी किताब 'चरक संहिता' में वर्णित औषधीय योग 'पुष्यानुग-चूर्ण' में भी जामुन की गुठली मिलाए जाने का विधान है। इस ग्रंथ में जामुन के पूरे पौधे के उपयोग बताया गया है। जामुन की छाल, पत्ते, फल, गुठलियां और जड़ आदि सभी आयुर्वेदिक औषधियां बनाने में काम आते हैं। जामुन में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट और कैल्शियम भी बहुत अधिक मात्रा में पाया जाता है। जामुन के इन्हीं गुणों को ध्यान में रखते हुए।   चलिए आज जानते हैं जामुन खाने से होने वाले फायदों व इसके उपयोगों के बारे में... क्लिक करें आगे की स्लाइड... - जामुन का सेवन डायबिटीज के रोगियों के लिए बेहद फायदेमंद है। इसमें ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, जिससे रक्त में शुगर का स्तर नियंत्रित होता है। साथ ही,  यह डायबिटीज के मरीजों को बार-बार प्यास लगने व अधिक बार यूरीन पास होने की समस्या में भी मददगार है। - जामुन और आम का रस बराबर मा

मस्सों के लिए 10 घरेलू उपचार

मस्सों के लिए उपचार मस्‍से, त्‍वचा पर पेपीलोमा वायरस के कारण छोटे, खुरदुरे कठोर पिंड से बनते हैं। मस्‍से गर्दन, हाथ, पीठ, चिन, पैर इत्यादि कहीं पर भी हो सकते है। लेकिन चेहरे पर होने पर यह खूबसूरती को बिगाड़ देते हैं। अगर आप भी मस्‍सों से परेशान है तो त्‍वचा के इन बिन बुलाये मेहमानों से राहत पाने के लिए कुछ घरेलू उपायों को अपना सकते हैं। इन उपायों से आसानी आप मस्‍सों को दूर कर प्राकृतिक सौंदर्य वापस पा सकते हैं। प्‍याज मस्‍सों को समाप्‍त करने के लिए प्‍याज फायदेमंद होता है। इसके लिए एक प्याज रस निकालें और इस रस को नियमित रूप से दिन में एक बार मस्‍सों पर लगाएं। इस उपाय से मस्‍से की समस्‍या दूर हो जाती हैं। अगरबत्ती मस्‍से को समाप्‍त करने के लिए आप अगरबत्ती का इस्‍तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए एक अगरबत्ती को जला लें और इसके जले हुए गुल को मस्‍से पर लगा कर तुरन्‍त हटा लें। ऐसा 8-10 बार करने से मस्‍सा सूखकर झड़ जाएगा। ध्यान रहे, अगरबत्ती का स्पर्श सिर्फ मस्से पर ही होना चाहिए। आलू आलू का प्रयोग करने से भी मस्‍से कुछ दिनों में समाप्‍त हो जाते हैं। इसके लिए आलू को छीलकर उसकी फांक

सिर्फ मसाला नहीं औषधि भी है हींग, ये हैं 20 दमदार देसी नुस्खे

हींग का उपयोग भारत में कई सौ सालों से मसाले के रूप में किया जा रहा है। दाल हो या सब्जी, साधारण खाने में हींग का छौंक लगाने से स्वाद कई गुना बढ़ जाता है। हींग केवल रसोई में काम आने वाला मसाला ही नहीं है, यह एक बेहतरीन औषधि भी है। हींग फेरूला-फोइटिडा नाम के पौधे का रस है। इस पौधे के रस को सुखा कर हींग बनाई जाती है। इसके पौधे 2 से 4 फीट तक ऊंचे होते हैं।  ये पौधे विशेष रूप से ईरान, अफगानिस्तान, तुर्केमिस्तान, बलूचिस्तान, काबुल औैर खुरासान के पहाड़ी क्षेत्रों में होते हैं। वहां से हींग पंजाब और मुंबई आती है। महर्षि चरक के अनुसार, हींग दमा के रोगियों के लिए रामबाण औषधि है। यह कफ का नाश करने वाली, गैस की समस्या से राहत देने वाली, लकवा के रोगियों के लिए फायदेमंद व आंखों के लिए भी बेहद लाभदायक होती है। जानिए इसके कुछ खास उपाय- 1- सौंठ, कालीमिर्च, छोटी पीपल, अजवाइन, सफेद जीरा, काला जीरा, शुद्ध घी में भुनी हींग और सेंधा नमक सब समान मात्रा में लेकर बारीक पीस लें। इस चूर्ण का रोजाना खाने के बाद 2 से 4 ग्राम की मात्रा में पानी के साथ सेवन करें। इसके नियमित सेवन से पेट में गैस की समस्या खत्म हो

जामुन के ये 5 फायदे नहीं जानते होंगे आप

पोषक तत्वों से भरपूर है जामुन गर्मियों के मौसम में जामुन का सेवन करेंगे तो सेहत से जुड़े कई फायदों में रहेंगे। इसमें पोषक तत्वों की प्रचुरता तो है ही, साथ ही यह सेहत से जुड़े कई फायदों का भी सबब है। जामुन में 251 kJ ऊर्जा, 14 ग्राम कार्बोहाइड्रेट, 0.6 फाइबर, 0.23 ग्राम फैट्स व 0.995 ग्राम कई प्रकार के विटामिन, कैल्शियम, आयरन, पोटैशियम आदि मौजूद हैं। डायबिटीज में फायदेमंद जामुन का सेवन डायबिटीज के रोगियों के लिए बेहद फायदेमंद है। इसमें ग्लाइकेमिक इंडेक्स कम होता है जिससे रक्त में शुगर का स्तर नियंत्रित होता है। साथ ही, डायबिटीज के मरीजों को बार-बार प्यास लगने वा अधिक बार युरीन पास होने की समस्या में भी मददगार है। हड्डियां और प्रतिरोधी क्षमता इस फल में विभिन्न प्रकार के मिनिरल जैसे कैल्शियम, आयरन, पोटैशियम और विटामिन सी अच्छी मात्रा में है। इसकी वजह से यह हड्डियों के लिए फायदेमंद तो है ही, साथ ही शरीर की प्रतिरोधी क्षमता को बढ़ाता है। ह‌िमोग्लोबिन बढ़ाता है एन‌िमिक लोगों के लिए जामुन का सेवन संजीवनी बूटी की तरह ही है। अन्नामलाई विश्वविद्यालय के शोध की मानें तो इसके

मस्सा बिगाड़ रहा है आपकी रौनक तो मददगार हैं ये 7 उपाय

मस्सा दूर भगाने के घरेलू उपाय चेहरा, हाथ, गर्दन, कहीं भी त्वचा पर मस्सा निकल आए तो आपकी रौनक पर दाग लग ही जाता है। आमतौर पर मस्सा साठ की उम्र के बाद ही लोगों को अधिक होता है पर आजकल युवाओं में भी इसकी समस्या अधिक बढ़ी है। सामान्यतः मस्से से न दर्द होता है और न ही कोई दूसरी तकलीफ लेकिन देखने में यह बेहद अजीब है इसलिए इससे छुटकारा आप जरूर चाहेंगे। मस्से के पीछे प्रमुख कारण हैं - मोटापा, गर्भावस्था, मधुमेह व स्टेरॉयड्स का बहुत अधिक सेवन। वैसे तो डॉक्टर सर्जरी की मदद से आपकी त्वचा से इसे हटा सकते हैं लेकिन अगर आप चाहें तो इन 7 घरेलू उपायों से भी मस्से से छुटकारा पा सकते हैं। नींबू का रस रुई में नींबू का रस निचोड़ें और इसे मस्से पर लगा दें। कुछ देर बाद इसे पानी से साफ करें। लगातार दो-तीन सप्ताह तक ऐसा करने पर आप महसूस करेंगे कि मस्सा गल चुका है। धागे से बांधें फ्लॉस या धागे से मस्से को बांधकर दो से तीन सप्ताह तक छोड़ दें। इससे मस्से में रक्त प्रवाह रुक जाएगा और वह खुद ही निकल जाएगा। लहसुन लहसुन में एंटीबैक्टीरियल व एंटीफंगल गुण हैं। लहसुन के जवों को पीसकर मस्से पर लग

पुुरुषों को मजबूत बनाने वाले 15 नुस्खे, ये करने से मिलेगी जबरदस्त ताकत

 किसी भी तरह की कमजोरी पुरुषों में आत्मविश्वास की कमी का कारण बन सकती है। जो पुरुष ताकतवर होते हैं, उनका दांपत्य जीवन भी सुखी रहता है। कई बार पुरुषों में पाई जाने वाली शारीरिक कमजोरियां अस्वस्थ संबंधों का कारण बन जाती हैं। कुछ शारीरिक कमजोरियां जैसे स्वप्न दोष, शीघ्र पतन व कमजोरी आदि ऐसी समस्याएं हैं, जो मन पर नियंत्रण न होने के कारण होती हैं। किसी व्यक्ति के जीवन में यौन समस्याएं उसके यौन जीवन में शुरुआत में विकसित हो सकती हैं या असुखद व असंतोषजनक यौन अनुभव होने के बाद भी विकसित हो सकती हैं। यौन समस्याओं के कारण शारीरिक, मानसिक, या दोनों हो सकते हैं। आज हम आपको बता रहे हैं पुरुषों में कमजोरी पैदा करने वाली समस्याओं को खत्म करने के लिए कुछ नेचुरल नुस्खे। ये इस समस्या में रामबाण की तरह काम करते हैं।  - रोज रात को सोने से पहले लहसुन की दो कलियां निगल लें। फिर थोड़ा-सा पानी पिएं। आंवले के चूर्ण में मिश्री पीसकर मिलाएं। इसके बाद प्रतिदिन रात को सोने से पहले करीब एक चम्मच इस मिश्रित चूर्ण का सेवन करें। इसके बाद थोड़ा-सा पानी पिएं। - आंवले का मुरब्बा खाएं। केला पुरुष की शक्ति को बढ़ाने

8 SUPER FOODS, इन्हें खाने से होते हैं BIG BENEFITS

 भले ही आजकल लोग जंक फूड के दीवाने हो चले हैं, लेकिन पारंपरिक भारतीय फूड और मसाले इनसे कहीं ज्यादा हेल्दी और स्वाद से भरे हैं। कई मसालों में ऐसे तत्व मौजूद हैं जो विभिन्न बीमारियों को पास भी फटकने नहीं देते। चलिए जानते हैं ऐसे ही कुछ सुपर फूड्स के बारे में ...   इलायची- सुगंध भरी इलायची न सिर्फ खाने को स्वादिष्ट बनाती है, बल्कि इसमें मौजूद एसेंशियल ऑइल हमारे पाचन तंत्र को सुधारने में मदद करते हैं।    जायफल- यह खांसी को ठीक करने में मदद करता है। इसमें मौजूद मायरिस्टिसिन नामक तत्व मानसिक तनाव को शांत करता है और मूड अच्छा करता है। साथ ही, यह मेमोरी के लिए भी अच्छा है। लौंग-  हड्डियों को सिर्फ दूध से मजबूती नहीं मिलती है। हर रोज खाने में दो चम्मच लौंग का सेवन भी हड्डी मजबूत बनाने में मददगार है।   इमली-  खट्टी-मीठी इमली में एंटी-बैक्टीरियल गुण मौजूद होते हैं। इसका पाउडर नियमित रूप से लेने पर कोलेस्ट्रॉल का स्तर सामान्य बना रहता है और यह किडनी स्टोन की समस्या पनपने नहीं देता। वैद्य इसे बुखार कम करने की कारगर दवा भी मानते हैं। अदरक-  अदरक वाली चाय पीने से आपका मूड तो ठीक होता है। साथ ही

टमाटर को डॉक्टर कहने लगेंगे, जब पढ़ेंगे इसके इन गुणों के बारे में....

पूरी दुनिया में सब्जियों का स्वाद बढ़ाने लिए टमाटर का उपयोग किया जाता है। टमाटर में भरपूर मात्रा में कैल्शियम, फॉस्फोरस और विटामिन सी पाया जाता है। एसिडिटी की शिकायत होने पर टमाटरों की खुराक बढ़ाने से यह शिकायत दूर हो जाती है। टमाटर का स्वाद अम्लीय होता है, लेकिन यह शरीर में क्षारीय प्रतिक्रियाओं को जन्म देता है। लाल-लाल टमाटर देखने में सुन्दर और खाने में स्वादिष्ट होने के साथ पौष्टिक भी होते हैं।  इसके खट्टे स्वाद का कारण यह है कि इसमें साइट्रिक एसिड और मैलिक एसिड पाया जाता है। टमाटर में विटामिन ए भी काफी मात्रा में पाया जाता है। यह आंखों के लिए बहुत लाभकारी होता है। टमाटर में प्रोटीन, विटामिन, वसा आदि तत्व मौजूद होते हैं। यह सेब व संतरा दोनों के गुणों से युक्त होता है। इतना ही नहीं, यह अनेक बीमारियों का इलाज भी करता है। टमाटर खाने से आगे लिखे रोगों का उपचार होता है.... - बच्चों को सूखा रोग होने पर आधा गिलास टमाटर के रस का सेवन करवाने से फायदा होता है। दो या तीन पके हुए टमाटरों का नियमित सेवन करने से बच्चों का विकास बहुत जल्दी होता है।  - टमाटर को ज्यादतर मिक्स करके या फिर सलाद के

चेहरा चमकाने के देसी तरीके, जानें कश्मीर से कन्याकुमारी तक के प्राचीन नुस्खे

भागदौड़ और तनाव से भरे जीवन में समय की कमी के कारण लोगों का ध्यान परंपरागत हर्बल नुस्खों से दूर होता जा रहा है। घरेलू चीजों की जगह आहिस्ता-आहिस्ता रसायनयुक्त घातक उत्पादों ने ले ली है। आजकल अधिकांश लोग खुद को खूबसूरत बनाने के लिए ढेरो कॉस्मेटिक प्रोडक्ट यूज करते हैं और कई बार उन्हें इन प्रोडक्ट के रिएक्शन भी झेलने पड़ते हैं। इन समस्याओं से बचने के लिए हमें अब अपनी जड़ों तक जाना होगा, यानी सदियों से चला आ रहा परंपरागत हर्बल ज्ञान अपनाना होगा। आज हम कुछ चुनिंदा हर्बल नुस्खों का जिक्र करेंगे, जिनका उपयोग करके सालों से कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक की महिलाएं अपना सौंदर्य निखारती आई हैं।   - कश्मीर में महिलाएं सेब के रस का उपयोग अपने सौंदर्य को निखारने के लिए करती हैं। सेब लेकर उसे कुचलकर रस तैयार करें। इस रस को चेहरे पर लगाएं। सूखने पर चेहरा धो लें। यह काम नियमित रूप से करने पर पिंपल्स और दाग-धब्बे दूर हो जाते हैं और चेहरा चमकने लगता है।  - केला त्वचा के लिए बहुत अच्छा होता है। पके हुए केले को अच्छी तरह से मैश कर लें। उसे चेहरे पर फेस पैक की तरह लगाएं। करीब 15 मिनट बाद इसे धो लें

गुनगुना पानी+ शहद+ नींबू, रोज पिएंगे ये COMBO तो होंगे बड़े फायदे

ये तो हम सभी ने कभी न कभी सुना है कि एक गिलास गर्म पानी में नींबू और शहद मिलाकर सुबह खाली पेट पीने से अनेक फायदे होते हैं। कुछ ये भी यकीन करते हैं कि यह वजन कम करने में मददगार होता है। यदि आप भी उन लोगों में से हैं, जो अक्सर ऐसी बातों को लेकर उलझन में रहते हैं कि ये साधारण सी चीजें स्वास्थ्य पर असर करेंगी या नहीं।  क्या स्वास्थ्य पर इसका वाकई प्रभाव पड़ेगा। यदि हां तो हम आपको बताते हैं रोज सुबह गर्म पानी में थोड़ा नींबू और शहद मिलाकर पीने से होने वाले फायदों के बारे में.... पाचन ठीक रखता है- डाइजेस्टिव प्रॉब्लम्स से यदि आप अक्सर परेशान रहते हैं तो रोज सुबह गर्म पानी में नींबू और शहद मिलाकर पिएं। इसके सेवन से पेट साफ रहता  है। यह लिवर को अधिक बाइल जूस बनाने में मदद करता है, जिससे भोजन का पाचन आसानी से होता है। शहद पेट में होने वाले किसी भी तरह के इंफेक्शन से मुक्ति दिलवाता है। वजन घटाने में मददगार- शहद, नींबू और गर्म पानी का रोज सुबह सेवन करने से शरीर का मेटाबॉलिज्म ठीक रहता है। इससे शरीर का शुगर लेवल सामान्य बना रहता है। जिससे दिन भर मीठा खाने की इच्छा कम होती है। डाइटिंग

गर्मी में कुछ दिन जरूर खाएं ज्वार, ये हैं इसे खाने के

  ज्वार की तासीर ठंडी होती है, इसीलिए इसका सेवन गर्मियों में अधिक किया जाता है। गर्मियों में इसके सेवन के अनेक फायदे हैं, इसलिए गर्मियों में पौष्टिक ज्वार का आटा अपने घर पर ज़रुर रखना चाहिए। यह गेहूं की रोटी का सबसे बेहतर विकल्प बन सकता है। ज्वार में पोटैशियम, फॉस्फोरस, कैल्शियम और आयरन होता है। क्या आप जानते हैं कि ज्वार की खेती भारत में बहुत प्राचीन काल से होती आई है, लेकिन पहले ये घास के रूप में उपयोग में लाई जाती थी। उसके बाद जब हमारे बुजुर्गों को इसके पौष्टिक गुणों को पहचाना तब से इसे अनाज के रूप में उपयोग में लाया जाने लगा। आइए जानते हैं गर्मियों में क्यों खाना चाहिए क्या है इसे खाने के फायदे.... - ज्वार में बहुत सारा फाइबर होता है। इसीलिए इसे खाने से वजन नहीं बढ़ता। - इसे खाने पर किसी भी तरह का दिल का रोग नहीं होता है। यह डायबिटीज और कब्ज को दूर रखता है।  - ज्वार हमारी हड्डियों और दांतों को मजबूत बनाए रखता है।  - यह आटा गेहूं के आटे से कई गुना बेहतर होता है। ज्वार के आटे में एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं। यह ग्लुटेन रहित और नॉन एलर्जिक होता है। - ज्वार के दानों की राख बनाकर मंजन